मुंब्रा। कौसा कालेसेकर हास्पिटल के सामने स्थित फातिमा बिल्डिंग और बाबा आइस्क्रीम के निकट एमएमआरडीए की ओर से बनाए जा रहे नाले के काम देखकर ऐसा नहीं लगता कि साल दो साल तक टिका रहेगा। शीलफाटा नाके भारत गियर तक कुछ जगहों पर आरसीसी किया जा रहा है और कुछ जगहों पर आरसीसी पाइप डाल कर नाले का काम किया जा रहा है। इसी तरह फातिमा बिल्डिंग के निकट भी पाइप डाल कर नाले का काम किया गया है, लेकिन जो पाइप डाली जा रही है, उन दोनों पाइपों के बीच में कम से कम एक फूट के अंतर से पाइप डाल कर उपर से आरसीसी कर दिया गया है। इस पर जब एमएमआरडीए के इंजिनयर रोशन से पूछा गया कि दोनों पाइपों के बीच में एक फुट का अंतर क्यों छोड़ा गया है और उसके उपर प्लास्टिक डाल कर आरसीसी कर रहे हैं तो, यह नाला कितना दिन चलेगा, इसी बात पर इंजीनियर रौशन को इतना गुस्सा आया कि सवाल पूछने वाले पत्रकार पर आग बबूला हो गए हैं और जवाब देने के वजाय पत्रकार का ही विडियो और फोटो लेने लगे। इंजिनयर रौशन से जब उनके उच्य अधिकारियों का नम्बर मागा गया तो उन्होने जवाब देते हुए कहा कि मैं किसी का भी नम्बर नहीं दूगां बात करनी है तो एमएमआरडीए आफिस में जाकर बात कर लो, उनका तेवर देखकर ऐसा लग रहा था कि उनकी कोई बड़ी चोरी पकड़ी गई हो। स्थानीय लोगों का कहना है कि नाला बनाकर खाना पूर्ती की जा रही है, क्योंकि जिस हिसाब से नाला बनाने का काम किया जा रहा है, यह साल दो साल में ही टूट कर जमीन में धस जाएगा। लोगों ने कहा कि नाले में जहां भी पाइप डाली जा रही है, हर जगह एक फूट दो फूट का अंतर छोड़ कर पाइप डालने का काम किया जा रहा है, जहां पर दोनों पाइपों के बीच में एक से दो फूट का अंतर छोड़ा जा रहा है, अगर आरसीसी टूट गया और वह नाला धस गया तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।