मुंबई। चोरी के आईफोन बेचने वाले डाॅलर मार्केट के व्यापारी भाइयों मनीष और भरत तेजवानी का नेटवर्क मुंबई, दिल्ली, इंदौर, चेन्नई, हरियाणा और पंजाब में भी पता चला है। इनके खिलाफ दिल्ली व मुंबई के कुछ थानों में एफआईआर भी दर्ज है। क्राइम ब्रांच एएसपी अमरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि इनके पास से 25 लाख के 34 फोन मिले थे। इनमें से एक-एक लाख रुपए के 29 आईफोन थे। 10 की कीमत एक लाख से कम थी। आरोपियों ने बताया कि तीन साल से वे धंधा कर रहे थे। दिल्ली के गफ्फार मार्केट में इनसे दीपक, अजित व गोल्डी नामक बदमाश संपर्क में थे। मुंबई के मनीष मार्केट में नदीम और शोएब से लिंक है। चोरी के मोबाइल इन्हीं बदमाशों को बेचते थे। इनकी गैंग से जुड़े कुछ बदमाशों के खिलाफ दिल्ली और मुंबई पुलिस ने केस दर्ज किए हैं। इनमें से 7 एफआईआर की जानकारी पुलिस को मिली है। वहीं बताया जाता है कि लोकल ट्रेनों का मोबाइल चोरों का सरगना मुनिर कपाडिया का भी इन सबसे संपर्क था और इन दिनों मुनिर कपाडिया ठाणे रेलवे पुलिस के बाद मुंबई रेलवे पुलिस की हिरासत में है और कपाडिया से पुलिस ने बहुत से चोरी के मोबाइल फोन बरामद कर चुकी है। बताया जाता है कि मुनिर कपाडिया मोबाइल चोरों का ऐसा सरगना था, जो हमेशा साफ पोसाक मे रहकर टाइमपास करने के लिए मुब्रा बायपास रोड पर "टाइमपास" हुक्का ढाबा की आड में चोरों का गैंग चलाता था और चोरी के मोबाइल मुंबई, दिल्ली, इंदौर, हरियाणा, पंजाब और नेपाल के सरगनाओं को मोटी रकम में बेचने का काम करता था, अभी दो सप्ताह पहले ही चोरों का सरगना मुनिर कपाडिया को रेलवे पुलिस ने मोबाइल चोरी करते रंगों हाथ पकड़ा है। मुनिर कपाडिया एक ऐसा चोरों का सरगना है जिसने एक दिन में एक ही लोकल ट्रेन में मुंबई से मुंब्रा रेलवे स्टेशन बीच तक 60 से अधिक मोबाइल फोन चोरी करवा दिया, जिससे पुलिस महकमे में हडकंप मच गया था।