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अवैध निर्माणकर्ताओं को मनपा प्रशासन का जरा भी डर नहीं, एमएस कॉलेज के सामने, भोलेनाथ नगर, और शील गांव, शीलफाटा नाका, अथवा मापा रोड़ पर खुलेआम बन रहे हैं अवैध निर्माण।


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Thane:

मुंब्रा :: डायघर: संवाददाता। ठाणे महानगर पालिका मुंब्रा प्रभाग समिति के अंतर्गत कौसा कादर पलैस रोड़ पर स्थित एमएस कॉलेज के सामने व दिवा प्रभाग डायघर पुलिस स्टेशन क्षेत्र के भोलेनाथ नगर व शीलफाटा नाका के ठीक पहले एवं शील गांव और मापे रोड पर सड़क के किनारे धड़ल्ले से अवैध निर्माण कार्य चल रहा है, जिसकी शिकायत ठाणे मनपा के अतिक्रमण विभाग को कई बार की जा चुकी है, लेकिन इन अवैध निर्माणों पर कार्रवाई नहीं की जाती, अगर कार्रवाई की भी जाती है तो कार्रवाई न करने के बरोबर होती है। इस तरह का आरोप स्थानीय लोगों ने मनपा के अतिक्रमण विभाग के अधिकारियों पर लगाया हैं। स्थानीय लोगों द्वारा बताया जाता है कि कादर पलैस रोड़ पर स्थित एमएस कॉलेज के सामने लगभग तीन मंजिला सात साल पुरानी इमारत पर चौथे मंजिला का अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा है, तो वहीं भोलेनाथ नगर परिसर के सनराईज टावर के ठीक बगल में सड़क के किनारे अवैध निर्माण कार्य चल रहा है' जो पांच मंजिला बनकर तैयार हो चुका है और छटे महले का कार्य टीएमसी की तरह तेजी से चल रहा है, जिस पर बीते दिनों मनपा द्वारा कार्रवाई की गई थी, लेकिन न के बराबर थी। बताया तो यहां तक जाता है कि इस अवैध निर्माण का कार्य इतना तेजी से रात दिन करके छटे मंजिला का स्लैब डाल दिया गया है, इस तरह हो रहे इन अवैध इमारतों की मजबूती क्या होगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा। शिकायत कर्ता शब्बीर शेख ने आरोप लगाते हुए कहा कि मनपा के भ्रष्ट अधिकारियों के निर्देश पर इन अवैध निर्माणों को जल्द से जल्द स्लैब डालकर और कलर रोगन कर तैयार करने के तुरंत बाद रहने के लिए लोगों को भर दिया जाता है ताकि कार्यवाई से बचा जा सके। कादर पलैस रोड़ का अवैध निर्माण का कार्य तो अभी हाल ही में शुरू किया गया और दिखावे के लिए एक बार कार्यवाई भी की जा चुकी है। लेकिन भोलेनाथ नगर परिसर के सनराईज टावर के ठीक बगल में ग्राउंड फ्लोर से पर्दा डालकर टीएमसी प्रोजेक्ट की तरह पांच मंजिला इमारत बनकर तैयार हो चुकी थी, उसके बाद छटे महले का कार्य चल रहा था, उसी दौरान शिकायत के बाद मनपा की तोडों कार्रवाई की गई थी। लेकिन सूत्रों के मुताबिक एक दो दिनों में ही फिर से काम की शुरूआत कर दिया गया था। इसी तरह शीलफाटा नाका के पहले चार मंजिला इमारत बन कर तैयार हो गई है, उसके अलावा शील गांव में चार चार महले की दो इमारत खड़ी कर दी गई है, इन दोनों इमारतों को एक नज़र में देखने से यही लगता है कि मनपा द्वारा मान्यता प्राप्त है और मापे रोड पर लक्की कंपाउंड के पहले सड़क के किनारे अवैध निर्माण का कार्य चल रहा है, जो एक मंजिला इमारत बन कर तैयार हो गई है और दूसरे महले का कार्य तेजी से चल रहा है। इसमें सबसे मजे कि बात यह है कि इन अवैध निर्माणों की सूचना मनपा अधिकारियों को दिया जाता है तो, मनपा अधिकारी कहते हैं कि अवैध निर्माण कहां चल रहा है, हमे तो दिखाई नहीं देता ?, तुम्हें कहां से दिख गया। वहीं लोगों ने कहा कि अवैध भवन निर्माण कर्ता सरकारी कार्यालयों की छुट्टी के दिनों या फिर शुक्रवार या शनिवार को अवैध निर्माण कार्य बनाने की शुरुआत करते हैं और रविवार की रात तक कलर रोगन कर बाहरी काम पूरा कर लेते हैं और अंदर का काम बाकी दिनों में चलता रहता है, जिसके कारण सोमवार के बाद मनपा अधिकारियों को वह अवैध निर्माण कार्य दिखाई नहीं देता..? वहीं शिकायत कर्ता के अलावा लोगों ने कहा कि भोलेनाथ नगर परिसर के सनराईज टावर के ठीक बगल में दिन रात अवैध निर्माण कार्य चलने के कारण लोगों की नीद हराम हो गई, इस बात की शिकायत मनपा के अलावा पुलिस कंट्रोल रूम से भी की गई, लेकिन पुलिस आने और जाने तक काम बंद कर दिया जाता रहा है, उसके बाद फिर शुरू हो जाता था, और सुबह अवैध निर्माण कार्ता अपने अज्ञात शिकायत कर्ता को देख लेने की धमकी भरे स्वर मे गाली गलौज करते नजर आते हैं, लेकिन उनके डर और खौफ से शिकायत कर्ता उनके सामने नहीं आते। इस सबंध में मनपा के अतिक्रमण विभाग के एक अधिकारी से बात की गई, लेकिन उक्त मनपा अधिकारी ने कहा कि कार्यवाई तो करते हैं फिर भी बना लेते हैं तो हम अब ज्यादा क्या कर सकते हैं ? वहीं लोगों आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मनपा ने अवैध निर्माणों पर एक या दो बार कार्यवाई करके चली जाती है, तो फिर समझो वह अवैध इमारत पक्की हो गई। फिर उस अवैध इमारत को बनने से कोई रोक नहीं सकता ? लोगों ने तो यहां तक कहा कि कुछ अवैध भवन निर्माण कर्ता खुद मनपा को बोल कर कार्यवाई करवा लेते हैं, ताकि उनकी अवैध इमारत टीएमसी प्रोजेक्ट की तरह पक्की हो जाए..? (शाभार सदाक़त हिंदी न्यूज)