वाराणसी: भारत में मुर्दा यानि मर चुके लोगों और श्मशान घाट को लेकर तरह तरह की डरावनी बातें अक्सर सुनाई में आती रहती हैं।
ऐसी ही एक खबर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में देखने को आई है। जहां एक मुर्दा जिसे चिता पर लिटा कर मुखाग्नि दी जाने वाली थी। वह अचानक जीवित हो गया। मुर्दे को अचानक जिंदा होते देख कर, उसके अंतिम संस्कार को आए लोगों में हड़कंप मच गया।
लड़के ने कहा कि यमराज के यहां अभी लाइन लगी है, मुझे अस्पताल ले चलो। कुछ तो भूत प्रेत की आशंका से कांप उठे। लेकिन कुछ लोगों ने इसे चमत्कार माना और उसे फिर से अस्पताल लेकर भागे।
वाराणसी के मच्छरहटटा निवासी विकास कनौजिया एक सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गया था। विकास कनौजिया जिसकी उम्र 22 साल थी, उसे सड़क दुर्घटना के बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
लेकिन उपचार के दौरान ही विकास कनौजिया की मृत्यू हो गई थी। डॉक्टरों ने जांच पड़ताल करने के बाद ही उसे मृत घोषित किया था। जिसके बाद उसके परिजन ककरमत्ता के निजी अस्पताल से उसका पार्थिव शरीर घर ले आए और अंतिम संस्कार में जुट गए। वाराणसी के रामनगर श्मशान घाट में जब चिता तैयार करने के बाद विकास कनौजिया को लिटाया गया। तब उसके शरीर मे कुछ हलचल देखी गई। यह हलचल उसके हाथों में भी थी। इसके बाद वो उठ खड़ा हुआ और बोला यमराज के यहां जगह नहीं मिली अस्पताल ले चलो। जिसके बाद वहां मौजूद लोग यह चमत्कार देख कर आश्चर्य चकित रह गए। मृतक के फिर से जी उठने के बाद उसे फिर से अस्पताल ले जाया गया।
लेकिन अफसोस की बात यह है कि मर कर पुन: जी उठने वाला विकास कनौजिया जैसे ही ट्रामा सेंटर पहुंचा तो उसने फिर से दम तोड़ दिया। जिसके बाद उसके परिजन गहरी निराशा में डूब गए।