बिहार: बीती रात नक्सलियों ने गया में एक बड़ी घटना को अंजाम दिया। नक्सलियों ने आमस के सावकला गांव स्थित सोलर पावर प्लांट को डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया है। विस्फोट इतना भयावह था कि आस पास का इलाकों में इसकी आवाज सुनाई दी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पवार प्लांट के संचालक से लेवी की मांग की गई थी। लेवी नहीं देने के कारण नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। घटना को अंजाम देकर जब नक्सली चले गए तो गार्ड ने अपने सिक्यूरिटी इंचार्ज को इस घटना की जानकारी दी। इस हमले में करोड़ो रुपए की संपति नष्ट हो गयी है। हमले के बाद एएसपी नक्सल अरूण कुमार सिंह और एसएसबी के जवान ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। स्निफर डॉग के मदद से मामले की पड़ताल कर नक्सलियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। नक्सलियों के भागने की दिशा में पुलिस की छापेमारी जारी है।
गार्ड के इंचार्ज रामविजय सिंह ने बताया कि किस तरह बीती रात करीब दो दर्जन काली वर्दी में हथियारबंद नक्सलियों ने यहां तांडव मचाया। इधर पुलिस मौके पर पहुंच पूरे मामले की छानबीन में जुटी है और नक्सलियों तक पहुंचने की हर कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि करीब एक वर्ष से टाटा कंपनी की सोलर पावर प्लांट यहां काम कर रही है। इस प्लांट से 25 मेगावाट बिजली बनता था जो शेरघाटी और बोधगया ग्रिड को सप्लाई की जाती थी। इस प्लांट को बनाने में करीब दो साल का वक्त लगा था।
इससे पहले 7 अगस्त को भी नक्सलियों ने गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र में विस्फोटक लगाकर एक सामुदायिक भवन को उड़ा दिया। बिहार और झारखंड की सीमा पर बसे धनगाई गांव में सशस्त्र नक्सलियों ने देर रात धावा बोल दिया था। बिहार का गया जिला नक्सल प्रभावित इलाका है।